इनकी आभा से होते जगत उज्जवलित, कलह और यातनाओं से दूर, इन्हें मुस्कान दो। इनकी आभा से होते जगत उज्जवलित, कलह और यातनाओं से दूर, इन्हें मुस्कान दो।
कवि हूं कवि हूं सुनो मैं कवि हूं कहे लोग मुझको मैं चंचल कवि हूं. कवि हूं कवि हूं सुनो मैं कवि हूं कहे लोग मुझको मैं चंचल कवि हूं.
देश में सबसे घिनौना अपराध है बलात्कार l निर्मल चरित्र इसका समाधान है जो समाज को स्मृधता प्रदान कर सक... देश में सबसे घिनौना अपराध है बलात्कार l निर्मल चरित्र इसका समाधान है जो समाज को ...
नारी तुम महान हो तुम ही घर की शान हो ! नारी तुम महान हो तुम ही घर की शान हो !
माँ से लेकर संगिनी हूँ मैं हर रिश्ते में बसी रागिनी हूँ मैं माँ से लेकर संगिनी हूँ मैं हर रिश्ते में बसी रागिनी हूँ मैं
उनका नाम कहीं नहीं होता जो गुपचुप राष्ट्र की नींव जमाते। उनका नाम कहीं नहीं होता जो गुपचुप राष्ट्र की नींव जमाते।